EPOS Bihar 2024 : जनवितरण प्रणाली के तहत अब बिहार राज्य में EPOS Machine के माध्यम से राशन का वितरण किया जायगा. ईपीओएस मशीन के सरकारी दुकानों पर लग जाने से जनवितरण प्रणाली पारदर्शी बन जायगी. जिससे डीलर और लाभुक दोनों को सुबिधा होगी.
ईपीओएस मशीन के बारे में बिहार में जिला से लेकर पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया गया हैं. यदि EPOS Machine में किसी वजह से खराबी हो जाती हैं. या इंटरनेट नेट्वर्क का प्रोब्लम हो जाता हैं. फिर भी किसी भी लाभुक को राशन देने से वंचित नहीं रखा जा सकता. इस स्थिति में डीलर लाभुक के आधार की प्रविष्टि अलग से संधारित पंजी में करते हुए उस लाभुक को राशन वितरण किया जायगा. किसी भी लाभुक को लौटाया नहीं जा सकता हैं.
बिहार की सभी पीडीएस दुकानों में लगी EPOS Machine, EPOS Bihar Gov IN, @epos.bihar.gov.in
EPOS Bihar में इसकी शुरुआत 2017 में नालंदा जिला के नुरसराय प्रखंड में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था. इस EPOS Machine से डीलर की निरीक्षण की जाँच भी किया जा सकता हैं. इस मशीन से स्टॉक की जानकारी भी देखा जा सकता हैं. और भंडार से भौतिक रूप से मिलान कर सत्यापित किया जा सकता हैं. इस व्यवस्था के तहत यदि किसी लाभुक को तकनीकी परेशानी हैं. तो इसका निवारण जिला स्तर से एनआईसी के माध्यम से किया जायगा.
अब ईपीओएस मशीन के माध्यम से ही सरकारी दुकानों से राशन का वितरण होगा. इस मशीन के तहत कार्ड धारक के अंगूठे का मिलान करके ही राशन का वितरण किया जायगा. इसलिए सभी कार्ड धारक को अपना आधार कार्ड और मोबाइल नंबर को अपने राशन डीलर को उपलब्ध कराना होगा. नहीं तो आपको राशन नहीं मिलेगा.
बिहार राज्य सरकार ने राशन की कला बाजारी रोकने के लिए ईपीओएस प्रणाली को लागु किया हैं. सरकार ने सरकारी अनाज के वितरण में जो गड़बड़ी होती थी. उसको रोकने में बड़ी सफलता हासिल की हैं. कभी बिहार राज्य ईपीओएस मशीन के दुवारा राशन का वितरण करने में पीछे था, अब बिहार आज सबसे आगे निकल चूका हैं. बिहार राज्य में सभी सरकारी दुकानों में EPOS Machine शत प्रतिशत लग चुकी हैं. जिसके माध्यम से 81 प्रतिशत कार्ड धारक को अनाज मिलने लगा हैं. और 86 प्रतिशत कार्ड धारक का आधार कार्ड इस EPOS Machine से जुड़ चूका हैं. बचे हुए 16 प्रतिशत कार्ड धारक को आधार सीडिंग के लिए अभियान शुरू किया गया हैं.
EPOS Machine लगने के बाद कार्ड धारक का आधार कार्ड मशीन से लिंक हो जाने के बाद कार्ड धारक बिना अंगूठा लगाए राशन नहीं ले पायगा. जो भी लाभुक जनवितरण प्रणाली की दुकान पर जायगा उनको अंगूठा लगाना होगा. जब उनके अंगूठे की पहचान हो जाती हैं. तब उन्हें राशन दिया जायगा. और जैसे ही राशन की आपूर्ति मशीन के माध्यम से की जायगी इसकी सूचना मुख्यालय तक चली जायगी. यदि कोई मशीन में गड़बड़ी हो जाती हैं. तब मैनुअल व्यवस्था रहेगी. इस व्यवस्था से कालाबाजारी को पूरी तरह से बंद किया जा सकता हैं. और किस लाभुक को कितना आनाज मिला इसकी पूरी जानकरी मुख्यालय और अधिकारीयों को हर घंटे उपलब्ध होती रहती हैं.
आकड़ो के अनुसार बिहार में 55312 सरकारी राशन की दुकाने हैं. इनमे से 46600 दुकानें कार्यरत हैं. और 1.65 करोड़ पीडीएस के लाभुक हैं.
EPOS Bihar State में सभी पीडीएस दुकानों में लग चुका हैं. इस मशीन में आधार सिडिंग की व्यवस्था हैं. और साथ में लाभुक के सत्यापन की भी व्यवस्था हैं.
Conclusion
आपको इस पोस्ट में EPOS Bihar से सम्बंधित सभी जानकारी दी गई हैं. EPOS Machine क्या हैं. यह कैसे काम करता हैं. उसकी सभी जानकारी यहाँ पर आपको विस्तार से दी गई हैं.
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